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Thursday 23 April 2020

आशिक़ी 2

हर बार टूटा, अब जान बाकी है...
प्यार में रूठे यार का इंतजार बाकी है....

हर रात जो देखा सपना मेरे यार का,
वो सपना साकार होना बाकी है....

जी.. रहे है तड़प कर बहुत..
जा पूछ जरा उससे... कोई इंतकाम बाकी है...




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