नमो का नमामि..
की घर में रहो तुम...
विपदा बड़ी है,
के मिलकर लड़ो तुम....
संकट के ये दिन भी जाएंगे,
लौटेगी खुशिया..
खिल जाएंगे दिल...
विक्राल रूपम लेती ये विपदा,
नमामि अवस्था में दिखती ये दुनिया...
कुछ मूर्ख जाने ना, विपदा बड़ी है..
इनको संभालो, ये मुश्किल घड़ी है...
आंखों में आंसू, गला भी भरा है...
वतन का वो मेरे, मुखिया खड़ा है...
विनती ये मेरी भी, एक बार सुनलो...
चिंता न खुद की तो, अपनो की करलो...
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