मैं सत्य पर बात करता हूं...
ना झूठा विलाप करता हूं,
मैं सत्य पर बात करता हू....
मारे जो मैने तीर व्यंग्य के...
सीधे दिल के पार करता हूं...
कुरीतियो के ज़ाल पर,
सीधा प्रहार करता हूं...
मैं सत्य पर बात करता हूं....
देश मे जो चल रहा है..
उस पर मंथन-ए-आम करता हूं,
जाग उठे ये देश मेरा ...
नवचेतन का आह्वान करता हूं...
मैं सत्य पर बात करता हूं.....
अफवाहों के बाजारों में,
झूठ के दुकानों में...
परिस्थितियां है जो सच्ची ,
हास्य के साथ करता हूं...
मैं सत्य पर बात करता हूं.....
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