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Friday 8 May 2020

दूरियां


में खुद से दूर . दूर उन नीघाओ से . में पूछता अपनी राहों से . क्यू साथ नहीं हजारों के . मिले जवाब . जब धुंडना उन्हें बंद किया . तस्सली मिली जब तलाश करना बंद किया . अब बुरा नहीं लगता किसी के बातो का . अब फायदा नहीं जज्बातों का . बात करने वाला कोई नहीं . और साथ ना चाहिए गैरों का .

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